माना कि हमारी कोई GF नहीं..
Yun To Muddate Gujaar Di Tere Bagair Lekin,
दुनिया के जो मज़े हैं हरगिज़ वो कम न होंगे
खुदा ने मुझे वफादार दोस्तों से नवाज़ा है …. . .
एक मैं हूँ , किया ना कभी सवाल कोई
रंग बदलना तो कोई उनसे सीखे
सुनो---------
हम से उलझने से पहले हमारा इतिहास जान लेना
एक बार फिर से इश्क हो जाए...
दर्द दूर हो भला कैसे उसका
सुनो.....
अरमान कोई भी हो. आरजू तू ही है,
ना ख़ौफ़ कर मुज से....
छोङो ना यार , क्या रखा है सुनने और सुनाने में ,
रहने को तो तुम्हारे बिना भी रह लेंगे
बस इतने से अल्फाज कहने है तुमसे...
कभी मुस्कुराती आँखे भी कर देती है कई दर्द बयां....
गीली लकड़ी सा इश्क उन्होंने सुलगाया है
राधे
तुझे पा ना सके, फिर
वाकई पत्थर दिल ही होते हैं हम दिलजले शायर,
चेहरे का खूबसूरत होना काफ़ी नही होता,
कोई तो कर रहा है मेरी कमी पुरी....
राधे
बेच डाला है दिन का हर लम्हा
क्या लिखूँ तेरी सुरत-ए-तारीफ मेँ..
ज़ीना हराम कर रखा है,,,
इक़ दर्द छुपा हो सीने में तो मुस्कान अधूरी लगती है,
Dil me chahat ka hona zaruri hai yaro......Vrna yad to roz dushman b krte hai..
राधे......
अब की बार मिलोगे तो खूब रुलायेंगे तुम्हे,
जब किसी और के हो गऐ हो तो.. मेरे सपनों में भी मत आओ..
हर किसी के नाम पर धड़कन नहीं रूकती है,
हो न हो कुछ तो खास बात है तुझमें,वरना यू रगों मै हर कोई बहता नहीं ..
रुठने का हक हैं तुझेपर वजह बताया कर
वाकीफ तो हम भी हैं मशहूर होने के तौर तरीकों से...
"दोस्त को भूलना ग़लत बात है.
कमी तेरे नसीबों में रही होगी, कि तू मेरी ना हुई,
Ek chhote se sawaal par Itni khamoshi, Bas itna hi toh puchha tha- “Kabhi wafaa ki he kisi se ??”
मैं तो कायम हूँ तेरी मोहब्बत की बदौलत वरना...
चाँद भी झांकता है अब खिड़कियों से.....
हो न हो कुछ तो खास बात है तुझमें,वरना यू रगों मै हर कोई बहता नहीं ..
जब किसी और के हो गऐ हो तो.. मेरे सपनों में भी मत आओ..
अब की बार मिलोगे तो खूब रुलायेंगे तुम्हे,
हर किसी के नाम पर धड़कन नहीं रूकती है,
______यादे ही साथ है अब तो,
यादे ही साथ है अब तो,
हर किसी के नसीब में कहा लिखी है चाहते..कुछ लोग तो आते है इस दुनिया में सिर्फ तन्हाइयो के लिए .
☆➞कोई दूसरा ♯ ⊅oֆ৳ ➞मिले तो ≫हमे मत भूलना❌भुल गए ➞तो ≫सपना है ~याद किया~तो अपना h
प्रेम कधी नाही विचारत कि, "कोण आहेस तू ?"... ते फक्त म्हणते कि , " माझीच आहेस तू!!
तुझमें खोकर कहीं… मैं खुद से मिलता आया हूँ......
Yun To Muddate Gujaar Di Tere Bagair Lekin,
दुनिया के जो मज़े हैं हरगिज़ वो कम न होंगे
खुदा ने मुझे वफादार दोस्तों से नवाज़ा है …. . .
ही एक माझी इच्छा तुझ्या भावी जीवनासाठी
!वाढदिवसाच्या शुभेच्छा !
एक मैं हूँ , किया ना कभी सवाल कोई
एक तुम हो , जिसका कोई जवाब नहीं.
रंग बदलना तो कोई उनसे सीखे
हमे तो अभी तक बात नही करनी आती ढंग से
सुनो---------
सर्दी की शाम ....हम तन्हा यूँ गुजारते है
तेरी यादों की .......अंगीठी सुलगा लेते है!!!
हम से उलझने से पहले हमारा इतिहास जान लेना
सीधा चेहरा इतिहास गहरा.....It'S mY aTtItUdE
एक बार फिर से इश्क हो जाए...
कलम तोड़ दूँगा दुनिया की सारी... उसे लिखते लिखते!!...♈
दर्द दूर हो भला कैसे उसका
इलाज ही दर्द हो जिसका!!!
सुनो.....
चाँद चेहरा, जुल्फ दरिया, बात खुशबू, दिल चमन..
इक तुम्हें देकर ख़ुदा ने दे दिया क्या-क्या मुझे..!!
अरमान कोई भी हो. आरजू तू ही है,
गुस्सा कितना भी हो, प्यार बस तू ही है
ना ख़ौफ़ कर मुज से....
तुजे रुस्वा ना करूँगा
तू रूह-ऐ-इज़्ज़त है मेरी
फ़क़त प्यार ही नहीं ....
छोङो ना यार , क्या रखा है सुनने और सुनाने में ,
किसी ने कसर नहीँ छोङी दिल दुखाने में ..♈
रहने को तो तुम्हारे बिना भी रह लेंगे
पर हमेशा #जज्बातों में तुम जगमगाते रहोगे
बस इतने से अल्फाज कहने है तुमसे...
ख्याल रखा करो अपना...अच्छे लगते हो हमे...
?
कभी मुस्कुराती आँखे भी कर देती है कई दर्द बयां....
हर बात को बोल कर ही बतानी ज़रूरी तो नहीं. .
गीली लकड़ी सा इश्क उन्होंने सुलगाया है
ना पूरा जल पाया कभी, ना बुझ पाया है..
तुम्हे हाथो से नहीं दिल से छुना चाहते हैं...
ताकि तुम ख्वाबों में नहीं मेरी रूह में आ सको 
तुझे पा ना सके, फिर
भी सारी जिन्दगीं तुझे प्यार करेगे....!
ये जरूरी तो नही, जो मिल ना सके "उसे छोड दिया जाये...!! .
वाकई पत्थर दिल ही होते हैं हम दिलजले शायर,
वर्ना अपनी आह पर वाह सुनना कोई मज़ाक नहीं .!!!
चर्चे यूँही रहेंगे अफ़्सोस हम न होंगे...
चेहरे का खूबसूरत होना काफ़ी नही होता,
इंसान का दिल भी खूबसूरत होना चाहिये..
कोई तो कर रहा है मेरी कमी पुरी....
तभी तो मेरी याद तुम्हें अब नहीं आती।
याद मैं ना करूँ, तो कोशिश वो भी नहीं करते ….. !!
तुम्हे हाथो से नहीं दिल से छुना चाहते हैं...
ताकि तुम ख्वाबों में नहीं मेरी रूह में आ सको 
बेच डाला है दिन का हर लम्हा
रात थोड़ी बहुत हमारी है
:)
क्या लिखूँ तेरी सुरत-ए-तारीफ मेँ..
अल्फाज खत्म हो गये हैँ तेरी अदाएँ देख-देख के...!!!♈
ज़ीना हराम कर रखा है,,,
........ मेरी इन आँखों ने,,, खुली हो तो तलाश तेरी,,,
....बंद हो तो ख्वाब तेरे,,,.
इक़ दर्द छुपा हो सीने में तो मुस्कान अधूरी लगती है,
जाने क्यों बिन तेरे, मुझको हर शाम अधूरी लगती है....
Dil me chahat ka hona zaruri hai yaro......Vrna yad to roz dushman b krte hai..
यूँ भुलाने की बातें ना किया करो .......
मुद्दतें गुजारी हैं तेरे इन्तजार में ... 
अब की बार मिलोगे तो खूब रुलायेंगे तुम्हे,
सुना है तुम्हे रोने के बाद सीने से लिपट जाने की आदत है..
जब किसी और के हो गऐ हो तो.. मेरे सपनों में भी मत आओ..
जिस के पास गऐ हो, ये दूआ है मेरी.. बस दिल से उसी के हो जाओ..♈
हर किसी के नाम पर धड़कन नहीं रूकती है,
धड़कन के भी अपने उसूल होते है !!
हो न हो कुछ तो खास बात है तुझमें,वरना यू रगों मै हर कोई बहता नहीं ..
रुठने का हक हैं तुझेपर वजह बताया कर
खफा होना गलत नहीं तू खता बताया कर
वाकीफ तो हम भी हैं मशहूर होने के तौर तरीकों से...
पर जिद तो अपने अंदाज से जीने की है ...
"दोस्त को भूलना ग़लत बात है.
उन्ही का तो जिंदगी भर साथ है.
अगर भूल गये तो सिर्फ़ खाली हाथ है,
अगर साथ रहे तो ज़माना कहेगा-'क्या बात है'" 
कमी तेरे नसीबों में रही होगी, कि तू मेरी ना हुई,
मैने तो कोशिश बहुत की, तुझे अपना बनाने की…
Ek chhote se sawaal par Itni khamoshi, Bas itna hi toh puchha tha- “Kabhi wafaa ki he kisi se ??”
मैं तो कायम हूँ तेरी मोहब्बत की बदौलत वरना...
यूँ बिखर जाउँ कि हाथ न आऊं अपने...!
चाँद भी झांकता है अब खिड़कियों से.....
मेरी तन्हाइयों का चर्चा अब आसमानों में है ____
हो न हो कुछ तो खास बात है तुझमें,वरना यू रगों मै हर कोई बहता नहीं ..
जब किसी और के हो गऐ हो तो.. मेरे सपनों में भी मत आओ..
जिस के पास गऐ हो, ये दूआ है मेरी.. बस दिल से उसी के हो जाओ..♈
अब की बार मिलोगे तो खूब रुलायेंगे तुम्हे,
सुना है तुम्हे रोने के बाद सीने से लिपट जाने की आदत है..
हर किसी के नाम पर धड़कन नहीं रूकती है,
धड़कन के भी अपने उसूल होते है !!
______यादे ही साथ है अब तो,
तुम्हारा साथ तो बस सपनो में ही है ।____
यादे ही साथ है अब तो,
तुम्हारा साथ तो बस सपनो में ही है ।____
हर किसी के नसीब में कहा लिखी है चाहते..कुछ लोग तो आते है इस दुनिया में सिर्फ तन्हाइयो के लिए .
☆➞कोई दूसरा ♯ ⊅oֆ৳ ➞मिले तो ≫हमे मत भूलना❌भुल गए ➞तो ≫सपना है ~याद किया~तो अपना h
प्रेम कधी नाही विचारत कि, "कोण आहेस तू ?"... ते फक्त म्हणते कि , " माझीच आहेस तू!!
तुझमें खोकर कहीं… मैं खुद से मिलता आया हूँ......